नई दिल्ली/सहारनपुर : समाजवादी पार्टी (सपा) छोड़ बीजेपी के टिकट से विधान परिषद (MLC) चुनाव के लिए नामांकन करने वाले बुक्कल नवाब को बजरंग बली की पूजा करना और घंटा चढ़ाने पर देवबंदी उलेमाओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है. देवबंदी उलेमाओं ने कहा कि बुक्कल इस्लाम में रहने लायक नहीं हैं. उलेमाओं के इस फैसले के बाद समाजवादी नेता पार्टी के आजम खान ने ऐतराज जताते हुए उलेमाओं को धर्म का ठेकेदार बताया, तो मुफ्ती अहमद ने कहा कि अगर आजम खान भी दूसरे मजहब की पूजा करेंगे तो वो भी इस्लाम से खारिज हो जाएंगे. आपको बता दें, एमएलसी बुक्कल नवाब ने 16 अप्रैल को बीजेपी से एमएलसी की तरफ से विधानपरिषद के उम्मीदवार का नामांकन भरने के बाद, 17 अप्रैल को लखनऊ स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर पहुंचे और 20 किलो का पीतल का घंटा चढ़ाया और जय श्रीराम के जयकारे भी लगाए थे.
आजम करेंगे तो वो भी भरेंगे
सपा नेता आजम खां के बयान के बाद मुफ्ती अहमद ने कहा कि अगर आजम खान भी दूसरे मजहब की पूजा करेंगे तो वो भी इस्लाम से खारिज हो जाएंगे.
बुक्कल नवाब को क्यों मिली सजा
आपको बता दें, एमएलसी बुक्कल नवाब ने 16 अप्रैल को बीजेपी से एमएलसी की तरफ से विधानपरिषद के उम्मीदवार का नामांकन भरने के बाद, 17 अप्रैल को लखनऊ स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर पहुंचे और 20 किलो का पीतल का घंटा चढ़ाया और जय श्रीराम के जयकारे भी लगाए थे. इस दौरान उन्होंने बुक्कल नवाब मंदिर में पूजा-अर्चना करने के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर बनाने की वकालत भी कर चुके हैं. बुक्कल नवाब ने इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर के लिए 10 लाख रुपए का सोने का मुकुट भी दान देने का भी एलान किया था.
कई नेताओं को मिली मंदिर में पूजा करने की सजा
आपको बता दें कि बुक्कल नवाब से पहले हिंदू मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद बीजेपी नेता मोहसिन रजा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी उलेमाओं के निशाने पर आ चुके हैं.
Source:-Zeenews
आजम करेंगे तो वो भी भरेंगे
सपा नेता आजम खां के बयान के बाद मुफ्ती अहमद ने कहा कि अगर आजम खान भी दूसरे मजहब की पूजा करेंगे तो वो भी इस्लाम से खारिज हो जाएंगे.
बुक्कल नवाब को क्यों मिली सजा
आपको बता दें, एमएलसी बुक्कल नवाब ने 16 अप्रैल को बीजेपी से एमएलसी की तरफ से विधानपरिषद के उम्मीदवार का नामांकन भरने के बाद, 17 अप्रैल को लखनऊ स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर पहुंचे और 20 किलो का पीतल का घंटा चढ़ाया और जय श्रीराम के जयकारे भी लगाए थे. इस दौरान उन्होंने बुक्कल नवाब मंदिर में पूजा-अर्चना करने के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर बनाने की वकालत भी कर चुके हैं. बुक्कल नवाब ने इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर के लिए 10 लाख रुपए का सोने का मुकुट भी दान देने का भी एलान किया था.
कई नेताओं को मिली मंदिर में पूजा करने की सजा
आपको बता दें कि बुक्कल नवाब से पहले हिंदू मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद बीजेपी नेता मोहसिन रजा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी उलेमाओं के निशाने पर आ चुके हैं.
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