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Wednesday, 13 June 2018

जम्‍मू-कश्‍मीर: बांदीपोरा में सेना ने 2 आतंकियों को मार गिराया, 1 जवान शहीद

खालिद हुसैन, बांदीपोरा: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के पनार के जंगलों में गुरुवार सुबह हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आंतकियों को मार गिराया. आतंकियों से लोहा लेने के दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया. आपको बता दें कि इस एरिया में पिछले 6 दिनों से सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी था. जानकारी के मुताबिक, पिछले हफ्ते सुरक्षाबलों को उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के जंगलों में आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी तभी से यहां सर्च ऑपरेशन जारी था. इसी कड़ी में आज (गुरुवार) तड़के आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए. इस मुठभेड़ में सेना का एक जांबाज जवान भी शहीद हो गया.

सर्च ऑपरेशन जारी
सेना के अफसरों के मुताबिक सर्च ऑपरेशन में दो आतंकियों के मार गिराया गया. मारे गए आतंकियों के पास से रायफल और कुछ गोला बारूद बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के दौरान आतंकियों की तरफ से हुई फायरिंग में एक जवान घायल हो गया. उसे तुरंत आर्मी अस्पताल पहुंचाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. अफसरों के मुताबिक पनार और रेनार के जंगलों में छिपे अन्य आतंकियों को ढूंढ निकालने के लिए अभी भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.


आपको बता दें कि मंगलवार देर रात पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से हुई फायरिंग में तीन बीएसएफ अफसरों सहित एक जवान शहीद हो गया था. हमले में तीन जवान घायल हुए थे जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में बीते दिनों सुरक्षाबलों पर कई बार आतंकी हमले किए गए हैं. इसके अलावा दोनों देशों के बीच हुई बैठक में सीजफायर के ऐलान के बाद भी घाटी के कई इलाकों में सीमापार से फायरिंग जारी है.

Source:-ZEENEWS

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Tuesday, 12 June 2018

Delhi breathes poison again as pollution rises to hazardous levels

New Delhi: The capital woke up to a gloomy and dusty Wednesday morning with several pollution monitoring stations reporting PM 2.5 levels in the hazardous zone.

After almost a week of relatively safe air quality, Delhi's pollution levels began rising northwards from late Tuesday. A haze descended over the city and adjoining areas with fine dust and particulate matters being brought in by low-speed winds. On Wednesday morning, air pollution monitoring agency AQICN reported that PM2.5 levels at RK Puram and Okhla Phase II at around 0800 hours were at 660 and 738, respectively. Rohini (838), Wazirpur (858), DTU (849) and Anand Vihar (812) were even worse. Most of the other stations reported readings ranging between 325 and 800.

Delhi is one of the most polluted cities in the world but pollution usually spikes in winter months due to a number of reasons including stubble burning in adjoining states. In a recent report released by WHO, Delhi figured prominently in a list of world's most polluted cities. Of the top-20 cities mentioned, 14 were in India and included Faridabad and Gurgaon. Millions die in India due respiratory diseases each year - deaths which can be prevented by improving air quality in urban centres.

Source:-ZEENEWS

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Monday, 11 June 2018

बिना टांगों के नक्‍सलियों के गढ़ में कोहराम मचाने के लिए फिर तैयार हुआ CRPF का 'शेर'

नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के जंगलों में सक्रिय नक्सलियों के लिए बुरी खबर है. करीब 21 महीनों तक नक्सलियों के सिर पर काल बनकर मंडराने वाला CRPF का शेर जल्द ही छत्तीसगढ़ के जंगलों में एक बार फिर वापसी करने वाला है. छह महीने पहले हुये लैंड माईन ब्लास्ट ने भले ही CRPF के इस शेर से उसकी टांगों को छीन लिया हो, लेकिन अपने दृढ़संकल्प और कड़ी मेहनत के बदौलत वह एक बार फिर अपने पैरों (कृत्रिम) पर खड़ा होने में कामयाब हो गया है. CRPF का यह घायल शेर जल्द ही जंगल में खुद की वापसी करने वाला है. जंगल में वापसी के बाद वह खुद से बेहतर सैकड़ों शेरों को तैयार करने के मिशन में जुट जाएगा. सीआरपीएफ के नए शेरों को वह हर दांव पेंच सिखाएगा, जिनकी मदद से वह लगातार नक्सलियों को मात देता आया है. दरअसल हम CRPF के जिस घायल शेर की बात कर रहे हैं, उसका नाम कोबरा कमांडो रामदास है. जांबाज कोबरा कमांडो रामदास की गिनती CRPF के चुनिंदा कमांडोज में होती है. आइये आज हम आपको जांबाज कोबरा कमांडो की जिंदगी से जुड़े अतीत के कुछ पन्नों से रूबरू कराते हैं.

कमांडो रामदास की बाज सी निगाह, चीते सी फुर्ती और अचूक निशाने का CRPF में हर कोई कायल था. कमांडो रामदास के इसी हुनर को देखते हुए करीब ढाई साल पहले CRPF मुख्‍यालय ने उसका तबादला जम्‍मू कश्‍मीर से छत्‍तीसगढ़ के जंगलों में कर दिया गया था. CRPF मुख्‍यालय कमांडो रामदास के इस हुनर का इस्‍तेमाल नक्‍सलियों के सफाये में करना चाहता था. 20  फरवरी  2016 को कमांडो रामदास ने छत्‍तीसगढ़ में नक्‍सलियों से मोर्चा ले रही CRPF की कोबरा कमांडो टीम को ज्‍वाइन कर किया. ज्‍वाइनिंग के साथ कमांडो रामदास नक्‍सलियों के ऊपर कहर बन कर टूटे पड़े थे. बीते ढाई सालों में कमांडो रामदास ने अपने साथियों के साथ मिलकर कई बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें नक्‍सलियों को भारी जान और माल का नुकसान उठाना पड़ा. कमांडो रामदास का खौफ इस कदर नक्‍सलियों के दिलों दिमाग में छा चुका था कि वे किसी भी कीमत में कमांडो रामदास को अपने रास्‍ते से हटाना चाहते थे. CRPF के इस शेर को अपना निशाना बनाने के लिए नक्‍सली लगातार जाल बिछाते रहे, लेकिन कमांडो रामदास की सूझबूझ के चलते हर बार नक्‍सलियों को मुंह की खानी पड़ती थी. दुर्भाग्‍य से एक दिन ऐसा भी आया, जब‍ CRPF का यह शेर चूक गया. यह वाकया करीब छह महीने पहले छत्‍तीसगढ़ के किस्‍तराम और पलोड़ी के जंगलों में हुआ.

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राहुल गांधी ने फेंका ऐसा पासा, काट में जुट गई BJP ब्रिगेड

भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार की पहचान या यूं कहें कि 'किसान हितैषी सरकार' के तौर पर प्रचार कुछ ज्यादा ही हुआ है, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदसौर की श्रद्धांजलि सभा में किसानों के कर्ज माफ करने का भरोसा दिलाकर ऐसा मास्टर स्ट्रोक मारा है कि बीजेपी की लगभग डेढ़ दशक पुरानी फील्डिंग ही बिखरने लगी है.

मंदसौर गोलीकांड की पहली बरसी पर कांग्रेस की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे राहुल गांधी ने प्रदेश की शिवराज सरकार को किसान, गरीब, मजदूर और युवा विरोधी करार दिया. साथ ही सत्ता में आने के 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया.

किसानों की भीड़ देखकर बीजेपी की बड़ी टेंशन
राहुल के कर्जमाफी के ऐलान या क्रिकेट की भाषा में कहें तो मास्टर स्ट्रोक से बीजेपी की लाइन लेंथ पूरी तरह गड़बड़ा गई है. राहुल का एक तरफ बीजेपी की सबसे बड़ी 'किसान हितैषी' होने की ताकत पर वार और दूसरी ओर बड़ी-बड़ी बाधाओं को लांघकर बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों के जमावड़े ने सत्ताधारी दल के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी कर दी हैं.


राहुल की सभा के बाद बीजेपी में अचानक सक्रियता बढ़ गई है. पार्टी की चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख नरेंद्र सिंह तोमर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों के बीच जाएं और उनकी समस्याओं को जानकर समाधान के प्रयास करें. साथ ही यह जानें कि आमजन की बेहतरी के लिए और क्या किया जा सकता है.

बीजेपी ने किसानों के कर्ज का झुठलाया
वहीं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने राहुल गांधी के किसानों के कर्ज माफ करने वाले बयान पर तंज कसा और किसानों के कर्ज के बोझ को ही झुठला दिया. उन्होंने कहा, "यहां किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज मिलता है और 10 प्रतिशत बतौर अनुदान दिया जाता है. ऐसे में किसान कर्ज के बोझ तले कैसे दबेगा? राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद किसानों की स्थिति सुधरी है, सिंचाई सुविधा में बढ़ोतरी हुई है. यही कारण है कि पांच बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिला है."


मुख्यमंत्री शिवराज ने तो कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने के लिए यहां तक कह दिया कि उनकी सरकार ने ऐसे काम किए हैं, जिनके उदाहरण दुनिया में कहीं नहीं मिलते.

उन्होंने कहा, "संघर्ष का शंख बज चुका है, हमें लड़ना है और जीतना है. लड़ाई के लिए जो हथियार चाहिए, वह सरकार की उपलब्धियों के रूप में हमारे हाथ में है. सरकार ने मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना सहित किसान, युवा और महिलाओं के हित में ऐसे-ऐसे काम किए हैं, जिनके दूसरे उदाहरण दुनिया में कहीं नहीं मिलते."

Source:-ZEENEWS

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Friday, 8 June 2018

गुरुद्वारों में लंगर सेवा से GST हटाने पर PM मोदी से मिले अकाली नेता, जताया आभार

नई दिल्लीः खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल के नेतृत्‍व में शुक्रवार को सिखों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्‍य शामिल थे. प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, इस प्रतिनिधिमंडल ने केंद्र सरकार की ‘सेवा भोज योजना’ के लिए प्रधानमंत्री को धन्‍यवाद दिया जिसके अंतर्गत गुरुद्वारों सहित धार्मिक संस्‍थानों द्वारा नि:शुल्‍क दिए जाने वाले लंगर और प्रसाद की सामग्रियों पर सीजीएसटी तथा आईजीएसटी के केंद्रीय हिस्‍से की अदायगी करने का प्रावधान है.

केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'अकाल दल के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात कर लंगर और अन्य सामुदायिक मुफ्त भोजना सेवा पर से केंद्रीय कर हटाने को लेकर ना सिर्फ सिख समुदाय की तरफ से बल्कि हर धर्मार्थ समुदाय की तरफ कृतज्ञता व्यक्त की '

हरसिमरत कौर के अनुसार , प्रतिनिधिमंडल ने गन्ना किसानों के हित में केन्द्र द्वारा उठाए गये विभिन्न कदमो के लिए भी प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने परमार्थ धार्मिक संस्थानों से उनके मुफ्त भोजन वितरण के लिये खरीदे गये सामान पर वसूले गये माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को लौटाने का फैसला किया है. केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 1 जून को यह जानकारी दी थी.

हरसिमरत ने नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि धार्मिक संस्थानों द्वारा जनता को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने के लिये खरीदे गये सामान पर वसूले गये जीएसटी में से केन्द्र अपना हिस्सा रिफंड करेगा. केंद्र ने ऐसे कच्चे माल पर जीएसटी के अपने हिस्से को ‘ सेवा भोज योजना ’ के तहत लौटाने का फैसला किया है.

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने गुरुद्वारों में लंगर के लिए खरीदी जाने वाली भोजन सामग्री पर जीएसटी से छूट की मांग की थी. इसके बाद यह कदम उठाया गया है.  हरसिमरत ने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र भी लिखा था.

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पीएम को निशाना बनाने की साजिश पर बोले राजनाथ सिंह, प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर गंभीर है सरकार

जम्मू : माओवादियों द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की साजिश रचने की रिपोर्ट्स के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर गंभीर है. राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे के बाद कहा ,‘हम प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर हमेशा गंभीर रहे हैं. माओवादी हारने वाली लड़ाई लड़ रहे हैं. वे अब देश में केवल 10 जिलों में ही सक्रिय हैं.’

बता दें पुणे में गुरुवार को पुलिस ने एक अदालत में बताया था कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के साथ कथित ‘संबंधों’ के लिए गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में एक व्यक्ति के दिल्ली स्थित आवास से एक ‘ पत्र’ बरामद किया गया था. पुलिस ने अदालत को बताया कि इस पत्र में कथित तौर पर कहा गया है कि माओवादी ‘राजीव गांधी हत्याकांड जैसी घटना की तरह ही पीएम मोदी की हत्या की साजिश रच रहे है.'

राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सली हिंसा जल्द ही खत्म हो जाएगी क्योंकि देश में उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों की संख्या 135 जिलों से घटकर 90 हो गई है लेकिन वे इनमें से केवल 10 में ही अधिक सक्रिय है.

जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ अभियानों में लगी रोक की समयावधि बढ़ाये जाने की संभावना के बारे में उन्होंने कहा कि जमीनी स्थिति की समीक्षा और सभी संबंधित लोगों से विचार - विमर्श करने के बाद ही उचित निर्णय लिया जाएगा.  सिंह ने कहा कि शुरू से ही केन्द्र का रूख यही रहा है कि सरकार हर व्यक्ति से बातचीत की इच्छुक है. उन्होंने कहा ,‘‘ हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान को अपनी सरजमीं से संचालित आतंकवादी गतिविधियों को रोकना चाहिए. ’’

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Thursday, 7 June 2018

RSS के उस प्रोग्राम की खासियत जानें, जिसमें प्रणब मुखर्जी हिस्‍सा लेने पहुंचे

आरएसएस के निमंत्रण पर पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी उनके नागपुर स्थित हेडक्‍वार्टर में पहुंच चुके हैं. वह संघ शिक्षा वर्ग-तृतीय वर्ष के समापन समारोह में मुख्‍य अतिथि के रूप में पधारे हैं. प्रणब मुखर्जी के संघ के किसी कार्यक्रम में शिरकत करने का कांग्रेस ने तो विरोध किया ही है, लेकिन उनके परिवार के भीतर बेटी शर्मिष्‍ठा ने भी उनके फैसले पर सवाल उठाए हैं. इस परिप्रेक्ष्‍य में यह जानना जरूरी है कि संघ का यह ऐसा कौन सा अहम कार्यक्रम है जिसमें उसने नेहरूवादी परंपरा के दिग्‍गज कांग्रेसी नेता प्रणब मुखर्जी को आमंत्रित किया है?

संघ शिक्षा वर्ग
यह तीन स्‍तरों का रिहायशी ट्रेनिंग कैंप होता है, जिनको देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में आयोजित किया जाता है. पहले शुरुआती हिस्‍से को प्राथमिक शिक्षा वर्ग कहा जाता है. यह सात दिन का कार्यक्रम होता है जो जिले स्‍तर पर आयोजित किया जाता है. उसके बाद पहले और दूसरे साल के कैंप प्रदेश स्‍तर पर आयोजित किए जाते हैं. उसके बाद तृतीय वर्ष वर्ग कैंप नागपुर में आयोजित होता है. पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस कार्यक्रम में हिस्‍सा लेने पहुंचे हैं.

तृतीय वर्ष वर्ग
संघ के संस्‍थापक डॉ हेडगेवार ने आरएसएस स्‍वयंसेवकों के लिए 1927 में ग्रीष्‍मकालीन ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत की. उस दौरान एक मई-10 जून तक यह 40 दिनों का कार्यक्रम होता था और इसे 'समर कैंप' कहा जाता था. इसमें सुबह पांच बजे से लेकर रात नौ बजे तक विभिन्‍न कार्यक्रम होते थे.

बाद में इसको ऑफिसर्स ट्रेनिंग कैंप(ओटीसी) कहा जाने लगा. ऐसा इसलिए क्‍योंकि ट्रेनिंग के माध्‍यम से ऐसे सक्षम कार्यकर्ताओं को तैयार करना था जो आरएसएस के मिशन को आगे बढ़ाने में सामर्थ्‍यवान थे. 1950 में इस शब्‍दावली को एक बार फिर से बदला गया और इसको 'संघ शिक्षा वर्ग' कहा जाने लगा. बाद के वर्षों में समर कैंप की अवधि को घटाकर पहले 30 दिन और फिर 25 दिन कर दिया गया. इसमें खास बात यह है कि इस तरह के कैंप में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को यात्रा से लेकर रहने-खाने के संबंध में अपना खर्च खुद उठाना होता है.

नागपुर में कैंप की परंपरा
आरएसएस के इतिहास में नागपुर का विशिष्‍ट स्‍थान है. यहीं पर डॉ हेडगेवार ने रेशमबाग में जमीन का टुकड़ा खरीदकर आरएसएस की स्‍थापना की थी. यहीं पर उनकी 'समाधि' और 'स्‍मृति मंदिर' है. इसलिए स्‍वयंसेवक इस जगह को प्रेरणास्‍थल मानते हैं. इसलिए इस प्रोग्राम को हमेशा नागपुर में आयोजित किया जाता है.

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Tuesday, 5 June 2018

यदि कश्मीर समस्या का हल चाहिए तो 2019 से पहले बिना सुरक्षा के एक हफ्ता वहां गुजारें राजनेता: गौतम गंभीर

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर भारतीय सेना और सामाजिक मुद्दों को लेकर अक्सर बेबाकी से अपनी राय रखते हैं. सोशल मीडिया पर भी वह अक्सर सामाजिक मुद्दों को लेकर भी अपनी आवाज उठाते रहते हैं. कश्मीर में हो रही पत्थरबाजी की घटनाओं से गौतम गंभीर खासे नाराज हैं. वह सेना के जवानों पर पत्थर बरसाने वालों की वकालत करने वाले लोगों और नेताओं पर भी भड़के. बता दें कि गौतम सिर्फ सामाजिक और देश से जुड़े गंभीर मुद्दों पर अपनी राय ही नहीं रखते हैं, बल्कि समाज के लिए कई पहल भी करते हैं. गौतम भारतीय सेना के लिए अपनी राय नहीं देते बल्कि शहीद जवानों के बच्चों के लिए भी वह काफी काम कर रहे हैं. गौतम गंभीर अबतक कई शहीद जवानों के परिवार और उनके बच्चों की मदद कर चुके हैं.

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के नौहट्टा में सुरक्षा बलों की गाड़ियों पर भीड़ ने बुरी तरह से पत्थरबाजी की. सुरक्षा बलों के पास अपनी जान बचाने के लिए गाड़ी भगाने के अलावा कोई रास्ता नहीं था. ऐसे में सुरक्षा बलों की गाड़ी की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. इस मामले की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई.

दरअसल, श्रीनगर के नौहट्टा में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष के दौरान दो युवक कथित रूप से सीआरपीएफ की गाड़ी की चपेट में आए गए थे. दोनों को सौरा के एसकेआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां कैसर भट नाम के युवक ने दम तोड़ दिया था. युवक की मौत के बाद से इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया. सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं.

ऐसे में गौतम गंभीर ने सुरक्षा बलों का पक्ष लेते हुए पत्थरबाजों की जमकर आलोचना की है. इसके साथ ही उन्होंने पत्थरबाजों या आतंकियों से कमरे में बैठकर बात करने वाले राजनेताओं को भी आड़े हाथों लिया है.

गौतम गंभीर ने इस घटना का एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो को शेयर करते हुए गौतम ने लिखा- 'मैं बहुत दुखी हूं. हैरान हूं अगर भारत अब भी यही सोचता है कि पत्थरबाजों से कमरे में बैठकर बातचीत की जा सकती है. छोड़िए ये बातें और असलियत देखिए, राजनेताओं को चाहिए कि वे सुरक्षाबलों को मौके दें ताकि सीआरपीएफ उन्हें रिजल्ट दिखाए.'

Source:-ZEENEWS

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Monday, 4 June 2018

PICS: इंग्लैंड दौरे से पहले शादी के बंधन में बंधा यह भारतीय क्रिकेटर, बारात में पहुंचे केएल राहुल

नई दिल्ली: कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के पिछले साल घरेलू क्रिकेट में अपने बल्ले से जमकर धमाल मचाया. घरेलू क्रिकेट में मयंक ने इतने रिकॉर्ड बनाए कि सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली से दिग्गज भी पीछे छूट गए. हालांकि, इस बल्लेबाज को अब तक टीम इंडिया में मौका नहीं मिल पाया है. लेकिन इंग्लैंड दौरे के लिए इंडिया ए टीम में उनका सलेक्शन जरुर हो गया है. इंग्लैंड दौरे पर जाने पहले मयंक अग्रवाल अपनी गर्लफ्रेंड के साथ शादी के बंधन में बंध गए हैं. आईपीएल 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब का हिस्सा रहे मयंक अग्रवाल ने अपनी गर्लफ्रेंड आशिता सूद से शादी कर ली है.

मयंक और आशिता की शादी में कर्नाटक के बल्लेबाज केएल राहुल भी बाराती बनकर पहुंचे. केएल राहुल ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पेज से मयंक की शादी की कुछ बेहद खूबसूत तस्वीरें भी शेयर की हैं. बता दें कि मयंक ने अपनी गर्लफ्रेंड को लंदन आई में प्रपोज किया था.

घरेलू क्रिकेट में शानदार परफॉर्म करने के बाद से अक्सर मयंक अग्रवाल को टीम इंडिया में शामिल करने की मांग उठती रही है, लेकिन उन्हें भारतीय टीम में अभी मौका नहीं मिल पाया है. लेकिन चयनकर्ता एमएके प्रसाद का कहना है कि हम इस खिलाड़ी पर नजर रख रहे हैं. हाल ही में हुए सीएट क्रिकेट अवॉर्ड्स में मयंक अग्रवाल को वर्ष के सर्वश्रेष्ठ घरेलू खिलाड़ी का अवॉर्ड भी मिला है.

हालांकि, आईपीएल 2018 में मयंक अग्रवाल का परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं रहा है. आईपीएल के इस सीजन में मयंक अग्रवाल ने 11 मैच खेलकर 12.00 की औसत और 127.65 की स्ट्राइक रेट से केवल 120 रन ही बनाए.

बता दें कि मयंक अग्रवाल ने रणजी ट्रॉफी 2017-18 में 105.45 के औसत से 1160 रन ठोके, जिनमें 5 शतक शामिल रहे. मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में 9 मैचों में 128 की स्ट्राइक रेट से 258 रन तो विजय हजारे ट्रॉफी में करीब 100 के औसत से 723 रन जड़ दिए. मयंक अग्रवाल भारतीय क्रिकेट के किसी भी ए लिस्ट के टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इतिहास के पहले खिलाड़ी बन चुके हैं. वह भारतीय घरेलू क्रिकेट के किसी एक सीजन में 2000 या उससे अधिक रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने. इसमें 8 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं.

Source:-ZEENEWS

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Friday, 1 June 2018

किसानों के 'गांव बंद' का आज दूसरा दिन, बढ़ सकते हैं सब्जियों के दाम और दूध की किल्लत

नई दिल्ली: देश के सात राज्यों के लाखों किसानों के 'गांव बंद'   का आज दूसरा दिन है. आज शहरों में सप्लाई होने वाले दूध फल सब्ज़ी की सप्लाई आज से प्रभावित होनी शुरु हो सकती है. 130 किसान संगठनों के राष्ट्रीय किसान महासंघ ने 'गांव बंद' घोषणा की है. देश के प्रमुख 30 हाइवे पर किसान आज धरने पर बैठेंगे. इनकी मांग है कि दूध का न्यूनतम मूल्य 27 रुपये लीटर उन्हें मिले साथ ही किसानों की क़र्ज़ माफ़ी हो और अनाज की सही कीमत उन्हें दी जाए. मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के तहत 'गांव बंद' के पहले दिन शुक्रवार को छोटे शहरों में इसका व्यापक असर रहा. किसी गांव से फल, सब्जियां व दूध शहर नहीं आया, जिससे लोगों को परेशानी हुई. शहरों में मौजूद सब्जियों के दाम बढ़ गए. राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने 10 जून को भारत बंद का ऐलान किया है. पिछले साल 6 जून को मंदसौर जिले में किसानों पर पुलिस जवानों द्वारा की गई फायरिंग और पिटाई में सात किसानों की मौत की पहली बरसी पर किसानों ने 10 दिवसीय आंदोलन शुरू किया गया है.

आम किसान यूनियन के प्रमुख केदार सिरोही ने बताया, "किसान एकजुट हैं, वे अपना विरोध जारी रखे हुए हैं. 'गांव बंद' आंदोलन का असर साफ नजर आ रहा है. सरकार की हर संभव कोशिश है, इस आंदोलन को असफल करने की, लेकिन किसान किसी भी सूरत में सरकार के आगे झुकने को तैयार नहीं हैं." सिरोही ने आगे बताया कि बीते साल की तुलना में इस बार किसान खुद गांव से बाहर निकलकर अपना सामान बेचने जाने को तैयार नहीं है. वह सरकार की नीतियों से इतना परेशान है कि वह किसी भी तरह का आर्थिक नुकसान उठाने में नहीं हिचक रहा है. पुलिस जरूर किसानों को भड़काने व उकसाने में लगी है, ताकि हालात बिगड़ें."

सरकार द्वारा इस आंदोलन को कांग्रेस का बताकर प्रचारित किए जाने को लेकर भी किसानों में नाराजगी है. राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा का कहना है कि सरकार किसानों की बात न करके आंदोलन को लेकर भ्रम फैलाने में लगी है. सवाल यह नहीं है कि यह आंदोलन किसका है, सवाल यह है कि किसानों की जायज मांगें सरकार क्यों नहीं मान रही है.

Source:-NDTV

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Thursday, 31 May 2018

गुजरात ATS की बड़ी कामयाबी, 1993 मुंबई धमाके के आरोपी अहमद मोहम्मद लंबू को किया गिरफ्तार

मुंबई : गुजरात एटीएस टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. शुक्रवार(1 मई) को एटीएस की टीम ने 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी अहमद मोहम्मद लंबू को धारिया से गिरफ्तार किया है. लंबू को दाउद इब्राहीम का काफी करीबी माना जाता है, जिसे एटीएस की टीम ने गुरुवार देर रात एक ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि लंबू अर्जुन गैंग का हिस्सा था, जिसमें मुसाफिर खाना, फिरोज अब्दुल, राशिद खान जैसे आतंकी शामिल हैं.

कब हुआ था मुंबई में सीरियल ब्लास्ट
बता दें कि 12 मार्च, 1993 को दोपहर के बाद मुंबई के कई इलाकों में एक के एक बाद एक कुल 13 सीरियल बम धमाके हुए थे. इन धमाकों में 257 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी, जबकि 700 से ज्यादा लोग घायल थे. कहा जाता है कि देश के इतिहास में पहली बार इस तरह के सीरियल बम ब्‍लास्‍ट हुए. धमाके के लिए आरडीएक्‍स का इस्‍तेमाल हुआ. बाही मचाने के लिए तीन हजार किलो से भी ज्‍यादा आरडीएक्‍स मुंबई में समुद्र के किनारे उतारा गया था, जबकि इनमें से सिर्फ 10 फीसदी ही इस्‍तेमाल हुआ था.

पिछले साल स्पेशल कोर्ट ने आरोपियों को सुनाई थी सजा
पिछले साल इस मामले की सुनवाई करते हुए स्पेशल टाडा कोर्ट ने मर्चेंट और फिरोज खान को फांसी की सजा सुनाई गई थी. वहीं अबू सलेम और करीमुल्‍ला शेख को उम्रकैद दी गई थी. इसके अलावा रियाज सिद्दीकी को 10 साल की सजा सुनाई गई. अदालत ने सलेम और करीमुल्‍ला पर दो-दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. इससे पहले कोर्ट छह जून 2017 को अंडरवर्ल्‍ड डॉन अबू सलेम समेत छह दोषियों को दोषी ठहरा चुकी थी. उसके बाद इनमें से एक मोहम्‍मद दौसा की जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी.

इन जगहों पर हुए थे सिलसिलेवार धमाके

-माहिम सेतु में मछुआरा कालोनी
-झवेरी बाजार
-प्लाजा सिनेमा
-सेंचुरी बाज़ार
-कथा बाज़ार
-होटल सी रॉक
-सहार हवाई अड्डा
-एयर इंडिया बिल्डिंग
-होटल जुहू सेंटूर
-वर्ली
-मुंबई स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग
-पासपोर्ट ऑफिस

Source:-Zeenews

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महाराष्ट्र के कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर का हार्ट अटैक से निधन

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के राज्य कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर का गुरुवार तड़के चार बजे निधन हो गया. वे 67 साल के थे. जानकारी के मुताबिक, कृषि मंत्री को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके. फुंडकर जुलाई 2016 को फडणवीस सरकार के मंत्री मंडल में शामिल हुए थे. बीजेपी के वरिष्ठ नेता होने के साथ ही उन्होंने राज्य में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर भी काम किया था.

कृषि मंत्री पांडुरंग के निधन से जुड़ी अहम जानकारियां
- आज सुबह साढ़े चार बजे उन्होंने मुंबई के सोमैया अस्पताल में आखिरी सांस ली.
- वो 67 वर्ष के थे.
- बुधवार को सांस लेने में दिक्कत की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
- हार्ट अटैक की वजह से पांडुरंग फुंडकर का निधन.
- परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं.

- फुंडकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. वह पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के पद पर भी काम कर चुके हैं.
- 1991-1996 के बीच उन्होंने बीजेपी के राज्य अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था.
- फुंडकर ने तीन बार अकोला संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
- उन्होंने 1978 और 1980 में खमगांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
- 8 जुलाई 2016 को, उन्होंने फडणवीस कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी.
- फुंडकर की लोगों के बीच लोकप्रियता के चलते एक बड़े ओबीसी नेता के रूप में भी जाना जाता था.

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Friday, 25 May 2018

पश्चिम बंगाल : ऐसा क्‍या हुआ जो पीएम मोदी को भाषण की शुरुआत में छात्रों से मांगनी पड़ी माफी

नई दिल्‍ली : विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी में जब अपने संबोधन की शुरुआत की तो उन्‍होंने सबसे पहले वहां मौजूद लोगों खासतौर पर छात्रों से माफी मांगी. पीएम मोदी ने कहा कि 'बतौर चांसलर जब मैं यहां पहुंचा तो कुछ छात्रों ने मुझे इशारा कर बताया कि यहां पानी की कमी है, इस असुविधा के लिए मैं माफी चाहता हूं.'

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि 'मैं उनके इशारे से समझ गया कि यहां छात्रों के लिए पीने का पानी भी नहीं है. आपको यह असुविधा हुई है और यूनिवर्सिटी के चांसलर के नाते मेरा दायित्‍व बनता है, इसलिए मैं आप सभी से क्षमा मांग अपनी बात को आगे बढ़ाऊंगा.'

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'पीएम होने के नाते मुझे देश के कई विश्‍वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में हिस्‍सा लेने का अवसर मिला, लेकिन वहां मैं अतिथि के रूप में जाता था, लेकिन यहां मैं अतिथि के रूप में नहीं, बल्कि आचार्य के नाते आपके बीच आया हूं. यहां मेरी भूमिका इस महान लोकतंत्र के कारण है.'

उल्‍लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे हैं, जहां उन्‍होंने विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया. समारोह से पहले उन्होंने अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना से शांति निकेत में मुलाकात की और उनका स्वागत किया. कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री का मोदी-मोदी के नारों के साथ स्वागत हुआ. समारोह समाप्ति के बाद पीएम मोदी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. दोनों नेता भारत और बांग्लादेश के सांस्कृतिक संबंधों के प्रतीक ‘बांग्लादेश भवन’ का उद्घाटन भी करेंगे. इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं.

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Thursday, 24 May 2018

मुख्यमंत्री बनते ही कुमारस्वामी ने किया बड़ा ऐलान, कहा- किसानों का कर्ज माफ करेंगे

बेंगलुरु : कर्नाटक के 24वें मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार एक पार्टी (बीजेपी) वाली सरकार से बेहतर काम करेगी. उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने राज्य के विकास और यहां की जनता के हिस में काम करने के लिए समझौता किया है. मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा की. कुमारस्वामी से पहले बीएस येदियुरप्पा ने भी मुख्यमंत्री बनते के साथ ही किसानों के कर्ज माफी की घोषणा की थी, लेकिन फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित नहीं कर पाने के कारण उन्हें मुख्यमंत्री पद से महज 55 घंटे बाद ही इस्तीफा देना पड़ा.

मुख्यमंत्री बनते ही पत्रकारों से बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि देशभर से आए तमाम नेताओं ने यह संदेश दिया है कि हम सब एक हैं और 2019 में देश की राजनीति में बदलाव लाने के लिए एक अहम भूमिका अदा करेंगे. उन्होंने कहा कि देशभर से आए नेता यहां राज्य सरकार की रक्षा के लिए यहां नहीं थे, इस सरकार को स्थानीय कांग्रेस नेताओं और जेडीएस नेताओं द्वारा संरक्षित किया जाएगा.

शक्ति प्रदर्शन के बाद भी नहीं बनेगा महामोर्चा, सीताराम येचुरी ने बताई यह वजह

बता दें कि कुमारस्वामी ने आज ही कर्नाटक के 24वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके शपथ ग्रहण समारोह में देशभर के 11 प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने शिरकत की. कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह को केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. ताजोपोशी के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा मुखिया अखिलेश यादव, बीएसपी सुप्रीमो मायावती, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई अन्य दलों के नेता मंच पर मौजूद थे.

कर्नाटक में बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा द्वारा फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित नहीं करने की दशा में इस्तीफा दे दिया था. येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद राज्यपाल ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को सरकार बनाने का न्योता दिया था. कुमारस्वामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें बधाई दी.

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Friday, 18 May 2018

कारगिल में 6,809 करोड़ रुपए की लागत से बनेगी एशिया की सबसे बड़ी सुरंग, खासियत जान आपको भी होगा गर्व

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार से दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं. इस दौरान वे कारगिल जिले में बनने वाली एशिया की सबसे बड़ी जोजिला सुरंग का शिलान्यास करेंगे. 14.2 किलोमीटर लंबी सुरंग के बनने पर जोजिला से गुजरने पर लगने वाला समय 3.5 घंटों से घटकर सिर्फ 15 मिनट हो जाएगा. इतना ही नहीं सुरंग बन जाने से श्रीनगर-कारगिल-लेह के बीच 12 महीने सड़क संपर्क बनाए रखने में मदद मिलेगी. ऐसे में ये सुरंग रणनीतिक रूप से भी काफी अहम हो जाती है. सर्दियों के मौसम में भारी बर्फबारी के कारण कारगिल पोस्ट तक सप्लाई पहुंचाना मुश्किल हो जाता है, सुरंग बनने पर ये समस्या दूर हो जाएगी.

जानें, जोजिला सुरंग के बारे में खास बातें
- जोजिला सुरंग को बनाने के लिए भारतीय सेना ने सबसे पहले साल 1997 में सर्वे किया था. 1999 के करगिल युद्ध के बाद इसकी योजना को अमलीजामा पहनाने की तैयारी शुरू की गई.
- जोजिला सुरंग एशिया की सबसे लंबी टू-वे टनल होगी.
- सुरंग मौजूदा हाईवे से लगभग 400 मीटर नीचे बनाई जाएगी.
- 14.2 किमी लंबी इस सुरंग की लागत करीब 6,809 करोड़ रुपए होगी.

- सुरंग को सुरक्षित बनाने के लिए हर 125 मीटर पर एक इमरजेंसी टेलीफोन और फायर फाइटिंग केबिन भी होगा.
- इस सुरंग का निर्माण कार्य जिस इलाके में किया जाएगा वह समुद्र तल से 11,578 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.

माना जा रहा है कि, जोजिला सुरंग के निर्माण कार्य के दौरान व इसके बन जाने के बाद लद्दाख क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. साथ ही पर्यटन भी बढ़ेगा. फिलहाल यहां ज्यादातर पर्यटक प्लेन के जरिए ही पहुंचते हैं. सर्दियों में इसका आंकड़ा भी काफी कम हो जाता है. ऐसे में ये सुरंग इस समस्या को भी दूर कर देगी.

Source:-Zeenews

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Monday, 23 April 2018

बजरंग बली की पूजा करने वाले बुक्कल नवाब के खिलाफ फतवा, बचाव में उतरे आजम खान

नई दिल्ली/सहारनपुर : समाजवादी पार्टी (सपा) छोड़ बीजेपी के टिकट से विधान परिषद (MLC) चुनाव के लिए नामांकन करने वाले बुक्कल नवाब को बजरंग बली की पूजा करना और घंटा चढ़ाने पर देवबंदी उलेमाओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है. देवबंदी उलेमाओं ने कहा कि बुक्कल इस्लाम में रहने लायक नहीं हैं. उलेमाओं के इस फैसले के बाद समाजवादी नेता पार्टी के आजम खान ने ऐतराज जताते हुए उलेमाओं को धर्म का ठेकेदार बताया, तो मुफ्ती अहमद ने कहा कि अगर आजम खान भी दूसरे मजहब की पूजा करेंगे तो वो भी इस्लाम से खारिज हो जाएंगे. आपको बता दें, एमएलसी बुक्कल नवाब ने 16 अप्रैल को बीजेपी से एमएलसी की तरफ से विधानपरिषद के उम्मीदवार का नामांकन भरने के बाद, 17 अप्रैल को लखनऊ स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर पहुंचे और 20 किलो का पीतल का घंटा चढ़ाया और जय श्रीराम के जयकारे भी लगाए थे.

आजम करेंगे तो वो भी भरेंगे
सपा नेता आजम खां के बयान के बाद मुफ्ती अहमद ने कहा कि अगर आजम खान भी दूसरे मजहब की पूजा करेंगे तो वो भी इस्लाम से खारिज हो जाएंगे.

बुक्कल नवाब को क्यों मिली सजा
आपको बता दें, एमएलसी बुक्कल नवाब ने 16 अप्रैल को बीजेपी से एमएलसी की तरफ से विधानपरिषद के उम्मीदवार का नामांकन भरने के बाद, 17 अप्रैल को लखनऊ स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर पहुंचे और 20 किलो का पीतल का घंटा चढ़ाया और जय श्रीराम के जयकारे भी लगाए थे. इस दौरान उन्होंने बुक्कल नवाब मंदिर में पूजा-अर्चना करने के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर बनाने की वकालत भी कर चुके हैं. बुक्कल नवाब ने इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर के लिए 10 लाख रुपए का सोने का मुकुट भी दान देने का भी एलान किया था.

कई नेताओं को मिली मंदिर में पूजा करने की सजा
आपको बता दें कि बुक्कल नवाब से पहले हिंदू मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद बीजेपी नेता मोहसिन रजा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी उलेमाओं के निशाने पर आ चुके हैं.


Source:-Zeenews

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2019 में दोबारा PM नहीं बने नरेंद्र मोदी तो भारत को होंगे ये 5 बड़े नुकसान, जानिए क्यों?

नई दिल्ली: 2014 में बीजेपी की ओर से पीएम चुनकर आए नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शामिल हैं. टाइम्स ने उन्हें मोस्ट पावरफुल नेताओं की सूची में भी शामिल किया था. लेकिन, अब उनके दोबारा पीएम बनने को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. वह 2019 में होने वाले आम चुनाव में दोबारा पीएम चुने जाएंगे या नहीं, ये तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा. लेकिन, उनके पीएम न बनने से देश को क्या नुकसान होंगे इसका अंदाजा लग गया है. दुनिया के बड़े ब्रोकरेज हाउस सीएलएसए (CLSA) के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट क्रिस्टोफर वुड का मानना है कि मोदी के दोबारा पीएम नहीं बनने से भारत को 5 बड़े नुकसान होंगे. आइये जानते हैं क्या हैं वो 5 बड़े नुकसान...

ग्रोथ को लगेगा झटका
साल 2019 में देश में आम चुनाव होने हैं. 2014 की तर्ज पर ही बीजेपी के प्रमुख चेहरा नरेंद्र मोदी होंगे. लेकिन, क्या वो फिर से पीएम बनेंगे? ब्रोकरेज हाउस सीएलएसए के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट क्रिस्टोफर वुड का कहना है कि नरेंद्र मोदी अगर फिर से चुनकर नहीं आते हैं तो भारत की ग्रोथ को बड़ा धक्का झटका लगेगा. क्रिस्टोफर वुड ने अपने विकली नोट ग्रीड एंड फीयर में कहा है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से पांच साल के लिए प्रधानमंत्री नहीं बनते हैं तो भारत की ग्रोथ स्टोरी को बड़ा झटका लगेगा.

मॉर्गन स्टेनली ने जताई आशंका
हाल में जारी अमेरिकी फर्म मॉर्गन स्‍टेनली की रिपोर्ट में भी भारत में कमजोर सरकार बनने की आशंका जताई है. रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल होने वाले आम चुनाव में कोई पार्टी अपने बूते सरकार नहीं बना पाएगी. ऐसे में भाजपा भी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी. कंपनी के मुताबिक, गठबंधन की कमजोर सरकार निवेशकों के लिए सबसे बड़ी चिंता है.

कमजोर सरकार बनने की संभावना
मॉर्गन स्‍टैनली का कहना है कि बाजार का रुख आगामी आम चुनाव में पिछले लोकसभा चुनाव की तरह आशावादी नहीं रहेगा. कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र चुनाव से महज 12 महीने दूर है. ऐसे में आने वाले कुछ महीनों में बाजार में चुनाव परिणाम को लेकर कयासबाजी शुरू होने की संभावना है. बाजार हमेशा मौजूदा से ज्‍यादा मजबूत सरकार की उम्‍मीद के साथ चुनाव में जाता है. लेकिन, वर्ष 2019 के चुनावों में यह लागू नहीं होगा, क्‍योंकि अगले साल वर्तमान से कमजोर सरकार बनने की संभावना है.

मॉर्गन स्टेनली की चेतावनी
अमेरिकी फर्म ने चेतावनी दी है कि वर्ष 2019 में बाजार का माहौल साल 2014 के आम चुनावों से पहले जैसा नहीं रहेगा. मॉर्गन स्‍टैनली ने पिछले पांच आम चुनावों के आधार पर यह निष्‍कर्ष निकाला है. कंपनी का कहना है कि 90 के दशक के मध्‍य से कोई भी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव में नहीं गई है.

Source:-Zeenews

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Thursday, 19 April 2018

क्यूबा में नए युग की शुरुआत, डियाज कैनल बने देश के नए राष्ट्रपति

क्यूबा में मिग्वेल डियाज- कैनल को गुरुवार औपचारिक रूप से क्यूबा क राष्ट्रपति चुन लिया गया. इसके साथ ही इस कम्युनिस्ट शासित राष्ट्र में एक नए युग की शुरुआत हो गई.

बता दें कि मिग्वेल डियाज- कैनल राउल कास्त्रो का स्थान ले रहे हैं. पिछले छह दशकों से क्यूबा की सत्ता कास्त्रो बंधुओं के हाथों में थी.

कौन हैं डियाज- कैनल?

डियाज- कैनल कम्युनिस्ट पार्टी के बड़े नेता हैं. ये 2013 से उप राष्ट्रपति थे. क्यूबा की 1959 की क्रांति के बाद पैदा हुए वह देश के पहले राष्ट्रपति होंगे. डियाज- कैनल को उनके 58 वें जन्मदिन से एक दिन पहले नेशनल असेंबली ने राष्ट्रपति चुना.  डियाज- कैनल  ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है.

बता दें कि मतदान का नतीजा घोषित होने के बाद सदन में मौजूद सदस्यों ने तालियां बजाकर नए राष्ट्रपति का अभिवादन किया. डियाज- कैनल इस चुनाव में एकमात्र उम्मीदवार थे.


Source:-Aajtak

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Monday, 9 April 2018

उन्नाव गैंगरेप: बीजेपी MLA का भाई गिरफ्तार, अब जोड़ा जाएगा FIR में नाम

उन्नाव गैंगरेप केस में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को बीजेपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में लखनऊ क्राइम ब्रांच ने BJP विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह के अलावा समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उन्नाव पुलिस अब अतुल सिंह का नाम FIR में शामिल करेगी. अतुल सिंह के साथ उसके साथियों का नाम भी शामिल किया जाएगा.

बता दें कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप और फर्जी मुकदमे में जेल भेजे गए पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के बाद योगी सरकार बुरी तरह घिरी हुई थी. जिसके बाद ये एक्शन लिया गया है.

पीड़िता ने किए थे कई खुलासे

आपको बता दें कि सोमवार को आजतक से बात करते हुए पीड़ित युवती ने काफी खुलासे किए थे. पीड़ित युवती ने आरोप लगाया था कि विधायक और उनके भाई अतुल सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया और अब उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. विधायक के गुर्गे आए दिन उसके और परिवार के लोगों के साथ मारपीट किया करते हैं.

जेल में पिता की हुई थी मौत

गौरतलब है कि सोमवार को युवती के पिता की जेल में मौत हो गई थी, जिसके बाद मामला काफी बढ़ गया था. युवती के बयान के मुताबिक, अदालत में चल रहा एक मुकदमा वापस लेने से इनकार करने पर पांच दिन पहले विधायक के भाई और उनके गुर्गों ने उसके पिता को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा था और घसीटते हुए ले गए थे.

Source:-Aajtak

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Sunday, 8 April 2018

मॉडलिंग छोड़कर किया गेम पर फोकस, अब दिलाया भारत को गोल्ड मेडल

21वें कॉमनवेल्थ खेलों के पांचवें दिन पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में जीतू राय ने गोल्ड मेडल जीता है. इसी स्पर्धा में भारत के ओम मिथरवाल को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा. फाइनल मुकाबले में जीतू ने 235.1 अंक हासिल किए, जबकि मिथरवाल को 214.3 अंक मिले. 233.5 अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया के कैरी बेल ने इस इवेंट का सिल्वर मेडल हासिल किया. इसके साथ ही भारत के खाते में 8वां गोल्ड मेडल जुड़ा.

टेबिल टेनिस टीम की इस शानदार जीत में दिल्ली की 22 वर्षीय मनिका बत्रा का रोल सबसे अहम रहा. जिन्होंने पहले मुकाबले में लीड लेने के बाद चौथे और निर्णायक मुकाबले में विरोधी को परास्त कर भारत का मान बढ़ाया.

आज देशभर में मनिका बत्रा की चर्चा है. लेकिन ये मुकाम हासिल करने के लिए उन्हें बहुत कुछ दांव पर लगाना पड़ा है. यहां तक कि उन्होंने अपने गेम पर फोकस करने के लिए कॉलेज, मॉडलिंग और कॉलेज की मस्तियां सब कुछ छोड़ दिया.

अंग्रेजी अखबार को दिए एक इंटरव्यू में मनिका बत्रा ने बताया था कि कैसे उन्होंने टेबिल टेनिस पर पूरा ध्यान केंद्रित करने के लिए कॉलेज क्लास तक छोड़ीं.

Source:-Aajtak

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Saturday, 7 April 2018

Ola ऑफर: कंपनी दे रही है 1 रुपये में ₹5 लाख का बीमा

राइड-शेयरिंग सेवा प्रदान करने वाली कंपनी ओला ने अपने कैब और ऑटो सर्विस का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों के लिए बीमा कार्यक्रम का ऐलान किया है. कंपनी के मुताबिक, इसमें 'महज 1 रुपये में ओला का इस्तेमाल करने वालों को 5 लाख रुपये तक की बीमा पॉलिसी मिल सकती है, जिसमें उड़ान छूटने, सामान खो जाने, होटल की आपातकालीन जरूरतों की कवरेज मिलेगी.'
बंगलुरु की कंपनी ने एक बयान में कहा, 'ओला राइड बुक करने वालों को शहर में यात्रा के लिए 1 रुपये खर्च करने पर 5 लाख रुपये का ट्रिप इंश्योरेंस यानी यात्रा बीमा मिल सकता है. वहीं, ओला रेंटल पर इस बीमा कवरेज के लिए 10 रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि शहर के बाहर की सैर के लिए 15 रुपये में बीमा की सुविधा मिलेगी.'
एको जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ वरुण दुआ ने कहा, 'ओला भारत में मोबिलिटी का अगुवा है और इसके साथ मिलकर काम करने को लेकर एको उत्साहित है. ओला के साथ मिलकर हमने बीमा के क्षेत्र में एक नया प्रयोग करते हुए ट्रिप इंश्योरेंस की शुरुआत की है जो ओला के लाखों यूजर्स के लिए काफी अहम है. इससे वे रोजाना तनाव मुक्त होकर ओला में यात्रा कर पाएंगे.'Source:-Aajtak

Thursday, 5 April 2018

भाजपा को गुजरात में पटखनी देने की तैयारी में कांग्रेस, 2019 आम चुनाव से पहले बनाया यह प्लान

अहमदाबाद: भाजपा से निपटने के लिए कांग्रेस 2019 के आम चुनाव से पहले समूचे गुजरात में हर बूथ पर दो जनमित्र नियुक्त करेगी. पार्टी के इस कदम का उद्देश्य अपना आधार मजबूत करना है. गौरतलब है कि भाजपा की राज्य में बहुत मजबूत संगठनात्मक मौजूदगी है. कांग्रेस राज्य के शहरी इलाकों में अपनी संभावनाएं बेहतर करने के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ भी खोलेगी. दरअसल, शहरी इलाका भाजपा का पारंपरिक गढ़ है. गुजरात कांग्रेस इकाई के नव नियुक्त प्रमुख अमित चावड़ा ने जन मित्र योजना की घोषणा करते हुए गुरुवार (5 अप्रैल) को कहा कि जनमित्र इन मतदान केंद्रों (बूथ) के दायरे में आने वाले इलाकों के लोगों की समस्याओं का भी हल करेंगे.

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दी थी भाजपा का टक्कर

गौरतलब है कि पिछले साल हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी. हालांकि, भाजपा एक बार फिर से सत्ता में आने में सफल रही लेकिन उसकी सीटें घट गई. कुल 182 सीटों में भाजपा ने 99 पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस ने 2012 के विधानसभा चुनाव की तुलना में अपना प्रदर्शन बेहतर करते हुए 77 सीटों पर जीत हासिल की. चावड़ा ने 14 अप्रैल को व्यापक स्तर पर डॉ भीम राव अंबेडकर की जयंती मनाने की पार्टी की योजना की भी घोषणा की.

Source:-Zee News

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Wednesday, 4 April 2018

कॉमनवेल्‍थ गेम 2018: गुरुराजा ने दिलाया भारत को पहला मेडल, वेट लिफ्टिंग में जीता सिल्वर

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में हो रहे गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्‍थ गेम 2018 में भारत का खाता खुल गया है. कॉमनवेल्थ गेम में भारत को वेट लिफ्टिंग में पहला मेडल मिल गया है. गुरुराजा ने पुरुषों के वेट लिफ्टिंग में 56 किलोग्राम वर्ग में पहला सिल्वर मेडल जीत लिया है. गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गुरुवार का दिन भारत के लिए काफी अच्छा रहा. यही वजह है कि खेल की शुरुआत में ही भारत ने अपना पहला पदक पक्का कर लिया.
भारत को मिले पहले मेडल के मौके पर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सेहवाग ने तुरंत ट्वीट कर गुरुराज को बधाई दी. उन्होंने लिखा कि हमें पहला मेडल मिल गया है. कॉमनवेल्थ गेम के पुरुषों के 56 किग्रा वर्ग में गुरुराजा को बधाई दी और कहा कि आप पर मुझे गर्व है. 

25 बरस के गुरुराजा ने अपना सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन दोहराते हुए 249 किलो ( 111 और 138 ) वजन उठाया. मलेशिया के तीन बार के चैम्पियन मोहम्मद इजहार अहमद ने खेलों में नया रिकार्ड बनाते हुए 261 किलो ( 117 और 144) वजन उठाकर पीला तमगा जीता.

भारतीय वायुसेना के निचली श्रेणी के कर्मचारी गुरूराजा का यह पदक उनकी अपार मेहनत और कुछ अच्छी किस्मत का नतीजा है. ट्रक ड्राइवर के बेटे गुरूराजा पहलवान बनना चाहते थे लेकिन कोच की पैनी नजरों ने उनमें भारोत्तोलन की प्रतिभा देखी और इस खेल में पदार्पण कराया. 

बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के क्ववींसलैंड के गोल्ड कोस्ट में आयोजित ओपनिंग सेरेमनी के आखिरी दौर में प्रिंस चार्ल्स के आधिकारिक रूप से ऐलान के साथ ही 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का ऑफिशियली आगाज हो गया है. खेल प्रतिस्पर्धाओं की शुरुआत आज से हुई. जिसमें भारत भी स्वर्ण पदक के लिए जोर-आजमाइश करेगा. इसी के साथ भारत ने पहला पदक अपने नाम कर लिया है. 

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